वंदे मातरम् – एक परिचय
“वंदे मातरम्”, जिसका अर्थ है “हे माँ, मैं तुझे नमन करता हूँ”, भारत के सबसे प्रेरणादायक राष्ट्रगीतों में से एक है। इसे बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय ने 1870 में रचा था और बाद में अपनी प्रसिद्ध उपन्यास “आनंदमठ” (1882) में शामिल किया। वंदे मातरम् के शब्द भारत माता की प्रेम, सौंदर्य, शक्ति और गौरव का अद्भुत चित्र प्रस्तुत करते हैं।
स्वतंत्रता संग्राम के समय यह गीत भारतीयों में असाधारण साहस और एकता की भावना जगाने वाला सिद्ध हुआ। आजादी की लड़ाई में स्वतंत्रता सेनानी इसे आंदोलनों, सभाओं और विरोध प्रदर्शनों में गाते थे। इसकी धुन और शब्दों ने लोगों में मातृभूमि के प्रति गहरा समर्पण उत्पन्न किया।
1950 में संविधान सभा ने “वंदे मातरम्” को भारत का राष्ट्रीय गीत घोषित किया। आज भी यह गीत देशभक्ति, एकता और सम्मान का प्रतीक है और हमें हमारी मातृभूमि के प्रति कर्तव्य और प्रेम की याद दिलाता है।


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