
स्वच्छता पखवाड़ा और स्वच्छता दिवस
स्वच्छता हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा है। स्वच्छ वातावरण हमें न केवल स्वस्थ रखता है, बल्कि समाज को भी सुंदर और सकारात्मक बनाता है। इसी उद्देश्य से भारत सरकार द्वारा स्वच्छता पखवाड़ा और स्वच्छता दिवस मनाए जाते हैं। इन अभियानों का मुख्य लक्ष्य लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करना और इसे जीवन की आदत बनाना है।
स्वच्छता पखवाड़ा के दौरान विद्यालयों, कार्यालयों और सार्वजनिक स्थलों पर विशेष गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं। विद्यार्थी, शिक्षक और कर्मचारी मिलकर सफाई अभियान चलाते हैं। इस अवसर पर रैली, भाषण, चित्रकला और निबंध प्रतियोगिताएँ भी आयोजित होती हैं, जिनसे समाज में स्वच्छता का संदेश फैलता है।
इसी तरह स्वच्छता दिवस हमें महात्मा गांधी के उस सपने की याद दिलाता है जिसमें उन्होंने एक स्वच्छ भारत की कल्पना की थी। इस दिन विभिन्न स्थानों पर सफाई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। लोग झाड़ू लगाते हैं, कचरे को अलग-अलग करते हैं और प्लास्टिक का उपयोग कम करने का संकल्प लेते हैं।
दोनों अवसर हमें यह सिखाते हैं कि स्वच्छता केवल सरकार या किसी संस्था की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि हर नागरिक का कर्तव्य है। यदि हम सभी अपने घर, विद्यालय, कार्यस्थल और आसपास की जगह को स्वच्छ रखने का निश्चय करें तो पूरा देश स्वच्छ और स्वस्थ बन सकता है।
इस प्रकार स्वच्छता पखवाड़ा और स्वच्छता दिवस मिलकर हमें प्रेरित करते हैं कि हम साफ-सफाई को आदत बनाकर न केवल स्वयं स्वस्थ रहें, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी एक स्वच्छ और सुंदर भारत उपहार में दें।
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