गणेश चतुर्थी भारत का एक प्रमुख धार्मिक पर्व है, जो विशेष रूप से महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। यह पर्व भगवान गणेश के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है, जिन्हें विघ्नहर्ता, बुद्धि और समृद्धि के देवता माना जाता है। गणेश चतुर्थी भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को आती है, जो आमतौर पर अगस्त या सितंबर में पड़ती है।
इस दिन लोग भगवान गणेश की प्रतिमा घरों और पंडालों में स्थापित करते हैं। प्रतिमा की स्थापना के बाद विधिवत पूजा-अर्चना की जाती है। भक्त भगवान गणेश से अपने जीवन में सुख-समृद्धि, ज्ञान और बाधाओं को दूर करने की प्रार्थना करते हैं। इस दौरान गणपति बप्पा मोरया के जयकारे गूंजते हैं और वातावरण भक्तिमय हो जाता है।
गणेश चतुर्थी का सबसे खास आकर्षण है विसर्जन का दिन, जिसे अनंत चतुर्दशी कहते हैं। इस दिन भक्त बड़े हर्षोल्लास के साथ गणेश प्रतिमा को नदी, तालाब या समुद्र में विसर्जित करते हैं। इसे गणेश विसर्जन कहा जाता है।
लोकप्रिय प्रसाद मोदक, जो भगवान गणेश का प्रिय माना जाता है, इस पर्व का विशेष हिस्सा होता है। गणेश चतुर्थी न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह लोगों को एकता, प्रेम और समर्पण का संदेश भी देता है।
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